मौसेरी बहन को दबा कर चोदा
दुर्गेश ने अपनी सोती हुई बहन के साथ अश्लील हरकते की और उसके चोद भी डाला। उसने अपनी कहानी मौसेरी बहन को दबा कर चोदा में बताया की एक बहन किस तरह अपने भाई की हवस मिटाने के काम आ सकती है।
मैं जबलपुर का रहने वाला एक मिडिल क्लास लड़का हूँ और मेरा नाम दुर्गेश (राज) है !! मेरी हाइट 5.7 है। और मेरे लंड का साइज़ 6.1 इंच है, मैं यहाँ पर अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने आया हूँ। तो ज़्यादा देर न करते हुए मै सीधे बहन की चुदाई कहानी पर आता हूँ।
ये कहानी 5 महीने पहले की है जब मैं अपने गाँव उज्जैन गया हुआ था।
और वह मेरी मौसी की बेटी आई हुई थी,मेरी मौसी की टोटल 2 बेटिया है
बड़ी वाली का नाम पायल है जिसकी उम्र 23 साल है ,मेरी उम्र 20 है।
और जो छोटी वाली बहन है उसकी भी उम्र 20 साल है और उसका नाम सपना है।
वैसे तो हमारी उतनी बनती नही आपस में ,तो जैसे ही मै अपने घर में पहोचा।
मेरी हवसी नज़र मेरी बड़ी बहन पर पड़ी जिसे देखकर मैं हैरान ही हो गया क्यूंकि वो हाफ निक्कर में बैठी हुई थी और उसकी गोर पैर देखर मेरे मुँह में अपने आने लगा।
क्युकी मै उसे पूरे 3 साल बाद देख रहा था। फिर जैसे ही उसने मुझे देखा वो मुझे आके गले से लगा ली और बहत खुश हुई ,पहले तो मुझे थोड़ा अजीब लगा बहन के नरम सीने से लगकर मुझे मजा भी आया।
उसके बाद जाकर मैं अपनी माँ से मिला। माँ ने मुझे कहा की जाकर नाहा लो मैं तेरे लिए कुछ खाने को लाती हूँ।
मैं भी थका हुए होने के कारण सीधा जाकर नहाया और जैसे ही अपने रूम का दरवाज़ा खोला मेरे सामने बेड पर मेरी छोटी मौसेरी बहन सपना सोई हुई थी वो काफी गहरी नींद में थी।
वैसे तो पहले उसे देखकर कुछ गलत ख्याल नहीं था मेरे मन में पर जब उसने करवट बदली तो मै हैरान ही हो गया क्यूंकि उसके बूब्स काफी बड़े हो चुके थे।
उसका फिग-34-28-32 का था जो उसमे मुझे खुद बताया था।
मै सीधे जाकर उसके बगल में लेट गया और टॉप के ऊपर से उसके बूब्स(चूची) को देखने लगा।
मेरा लंड मेरे निक्कर के अंदर सलामी दिए हुए था। फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके उसके पेट पर अपना हाथ रखा।
जब उसने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी तो मेरी हिम्मर थोड़ी और बढ़ी और मैं उसके पेट को सहलाने लगा।
तभी किसी की आवाज आई तो मैं जल्दी से हाथ हटाकर सोने का नाटक करने लगा। अब मैं थका इतना हुआ था की मुझे नाटक करते करते कब नींद आ गई पता ही नहीं लगा।
अब सोते सोते मुझे २ घंटे हो गए करीब शाम 6 बजे मेरी नंद खुली और मैं उठ गया तभी मैने देखा मेरी बहन की जग गई है और वो मुझे देख मुस्कुरा रही है। कुछ देर बाद हम सबने मिलकर खाना खाया और सोने की तैयारी करने लगे।
मेरे घर में 3 कमरे और एक हॉल था। मम्मी और पापा दोनों एक साथ एक कमरे में सोते थे और दूसरे में मैं। तीसरा वाला घर के सामान से भरा रहता था स्टोर रूम की तरह।
तो उस रत मैं हॉल में सोने वाला था और मेरी दोनों बहने मेरे कमरे में।
मेरे माँ और पापा सोने जा चुके थे और रात के 11 बजे थे
और मैं अपने बहनो के साथ बैठ कर बाते कर रहा था।
कुछ ही देर बार पायल को नींद आने लगी सो वो सोने चली गई।
सपना और मैं अभी भी हॉल में टीवी देखते हुए बातें कर रहे थे पर पता नही कब सपना सो गई।
उसे देखकर मेरे मन में गन्दी चुदाई वाली चीज़े आने लगी।
जब मुझे लाग की वो गहरी नींद में है।
मैंने उसके पैर को के उसके लोअर के ऊपर से ही सहलाना।
उसकी कुछ प्रतिक्रिया न देखकर
मैंने धीरे धीरे उसके पुसी(भोसड़ा) पर हाथ फेरना शुरू किया
उसकी चुत एक दम सॉफ्ट था। हाथो पर फील होने के वजह से मेरा लंड खड़ा हो चुका था।
मेरी हिम्मत और हवास दोनों ही अब चरम सीमा पर थे।
मैंने धीरे धीरे करके अपना हाथ उसकी चुत पर रखा तो पता लगा की वो तो एकदम चिकनी है।
बहन की गीली चुत महसूस कर मुझे लगा की अब मुझे अपनी बहन को और गर्म करना चाहिए।
मै अपना हाथ उसके चुत(पुसी) से निकाल कर उसके बूब्स(चूची) पर ले गया और धीरे धीरे दबाने लगा।
वो अब भी नींद में थी ,और लगभग 10 मिनट ऊपर से हे चूचि(बूब्स) प्रेस करने के बाद मैं अपना हाथ सीधे टॉप के अंदर डाल दिया उसने ब्रा नहीं पहना हुआ था।
उस वक्त मेरे हाथो पर मेरा कोई काबू नहीं रहा और मैं उसके स्तन जमकर दबाने लगा। वो सू रही थी और उसके काफी मजा भी आ रहा था।
उसकी दोनों चूची अकड़ गई थी और मैं उन्हें मसले जा रहा था।
कुछ देर बाद मेरा लंड अपने मुँह से अपनी टपकने लगा और मेरा कच्छा अंदर से गीला हो गया।
मैंने अपना लंड निकाला और उसके हल्के हाथ से हिला कर अपने बहन की चुत ने ऊँगली करता हुआ मज़े लेने लगा।
उसकी चुत पानी पानी हो चुकी थी और तभी उसकी आंख खुली। आंख खुलते ही बहन मुझे देखने लगी तो मैंने तेजी से उसकी चुत अपनी ऊँगली से चादनी शुरू करदी।
वो अपना चरम सुख प्राप्त करने वाली थी इसलिए उसने मुझे रोका नहीं। थोड़ी ही देर में उसके मुँह से चीख निकलने लगी जो उसने अपने मुँह में ही दबा ली।
अचानक उसकी गर्म चुत से पानी झड़ने लगा और उसका शरीर कपकपने लगा।
उसका पजामा और कच्छी उसके गाने अपनी से गीली हो गई उसके बाद वो मेरे लिंग की तरफ देखने लगी।
मेरा लंड तना हुआ था और उसके मुँह से लसलसे पानी की कुछ बुँदे टपक रही थी।
मेरी बहन आगे बड़ी और उसे हाथ में लेकर हिलाने लगी।
बहन – मैंने आज तक किसी लड़के का लिंग नहीं पकड़ा था और आज पता लग रहा है की ये कितना बड़ा और गर्म होता है !!!!
मैंने अपने बहन को प्यार से देखा और उसके मुँह के पास जाकर उसे होठो पर चूमने लगा।
बहन भी मुझे जोर से चाटने चूसने लगी और मेरे लिंग को हिलाती रही।
उसके बाद मेरी बहन ने अपनी कच्छी उतारी और मेरे लंड कर बैठ गई।
उसने धीरे से मेरा लंड अपनी चुत पर लगाया और उसे अंदर खिसकाती चली गई।
उसनी चुत अंदर से गर्म और गीली थी जहा मेरा लंड काफी मजे कर रहा था। मेरी बहन ने अपने मुँह पर खुद हाथ रखा और अपनी चीख रोकते हुए मेरा लंड अंदर बाहर करने लगी।
मैं सोफे पर बैठ उसके स्तन, कमर और नरम पेट कर हाथ मारता रहा और मजे से अपनी सेक्सी बहन को चोदता रहा।
मेरी बहन के दोनों स्तन बड़े बड़े मेरी मुँह के सामने उछाल रहे थे और मैं उसने कभी देखता और कभी उन्हें अपने हाथो से दबा दबा कर चूसता।
मेरी बहन ने अपने दोनों स्तन पकड़े और मेरे मुँह पर रगड़ने लगी उस वक्त मैं जानत में जा चूका था।
बहन के मोटे स्तन चूस चूस कर मैंने उन्हें लाल कर दिया और उसकी बड़ी गांड और दबा दबा कर अपने हाथो की छाप छोड डाली।
मैंने अपनी बहन से थोड़ी देर मेहनत करवाई और उसके बाद मैंने अपने चूतड़ सोफे के नीचे हवा में लटकाई और कमर हिला हिला कर अपनी बहन की चुत को तेजी से चोदने लगा।
चुत की लगातार चुदाई से बहन की चुत फिरसे पानी झाड़ने लगी और मेरे लंड और चूतड़ों को गीला कर डाला। वो पल काफी सेक्सी और हॉट था इसलिए मुझ से भी काबू नहीं हो पाया और मैंने भी अपना लसलसा गन्दा सफ़ेद पानी उसकी चुत के अंदर ही झाड़ दिया।
उसके बाद मेरी भें थक कर मेरे छाती से लिपट कर सो गई।
लंड झड़ने के बाद मैंने जल्दी से उसकी चुत कपड़े से साफ की और उसके कपड़े पहना कर उसके कमरे में सुला दिया।