Ek Lund Ke Liye 3 Choot Mili

Ek Lund Ke Liye 3 Choot Mili

मेरे लंड के नसीब में 3 कमसिन चूत मिली

 

मेरे लंड के नसीब में 3 कमसिन चूत मिली,Ek Lund Ke Liye 3 Choot Mili

दोस्तों, आज आपको एक 40 साल की औरत और उनकी दो बेटी पलक और तृप्ति जो की एक 19 साल की है और एक 18 साल की है सेक्स की सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ ये कहानी सच्ची है और मेरी ज़िंदगी का सबसे बेहतरीन पल का है। इसके मैंने किसी को फ़ोर्स नहीं किया बल्कि उन तीनो की सहमति से ही चुदाई की है और वो भी एक महीने तक अपने फ्लैट में ही रखकर।

 

पहले जहा मैं रहता था वह एक फॅमिली रहती थी, फॅमिली में चार लोग था जैसा की आपने ऊपर पढ़ा है एक भाभी जी (वो पडोसी थी पर भाभी जी मैं बोलता था)उनकी दोनों बेटियां पलक और तृप्ति। उनके पति ज्यादा नहीं कमाते थे उतना ही कमाते थे जितने से उनका घर चल जाता था, एक मकान ख़रीदा था वो भी लोन पर।

 

पर एक दिन एक्सीडेंट में उनके पति की मौत हो गई और वो तीनो बहुत मुश्किल में आ गए। मैं अपने फ्लैट में अकेले ही रहता था क्यों की मेरी भी पत्नी तलाक ले ली थी क्यों की मैं ज्यादा चोदता था। मेरी उम्र 40 की है। मुझे लगा उनलोगों की मदद करनी चाहिए आपको पता है दिल्ली में कोई किसी का नहीं होता सब अपने काम से काम रखता है।

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पर मेरे मन में कोई गलत विचार नहीं था मैं सच में उनलोगों की मदद करना चाहता था। हां भाभी पर थोड़ी नजर टेढ़ी थी क्यों की वो बहुत ही हॉट थी। वो 34 साइज की ब्रा पहनती थी नैन नक्स कातिल था, कमर पतली पर गांड चौड़ी और उभरी हुई , चूचिया गोल गोल जाँघे गोल गोल गजब की हॉट लगती थी।

 

मेरा लौड़ा अभी थी खड़ा हो रहा है जब आपको ये कहानी शेयर कर रहा हूँ। दोनों बेटियां भी एक से बढ़कर एक, गजब की हूर की परी थी, अपने मम्मी से भी आगे सेक्सी और नैन नक्स। मैं वह से खाली कर के अपने ग़ाज़ियाबाद फ्लैट में आ गया, एक दिन भाभी का फ़ोन आया की मै आपसे मिलना चाहती हूँ|

 

मैंने उनको बुला लिए वो तीनो माँ बेटी आई और कहने लगी मैं बहुत बुरी तरह फंस चुकी हूँ, मेरा घर नीलाम हो गया खाने तक के नहीं है। मेरा कोई रिलेशन में भी नहीं है माँ बाप है नहीं भाई है पर वो बात चित नहीं करता और कहता है भूलकर भी मत आ जाना।

 

 

मैं कहा जाऊं। दोनों लड़की भी एक जॉब में गई थी तो वह आवारा लड़के छेड़ते हैं और धमकी देते हैं वो लोग भी नहीं जा रही है काम पर। मैंने कहा देखिये आप चाहे तो कुछ दिन यहाँ रह सकती हैं और अपने लिए और दोनों लड़की के लिए काम देख सकती है। अगर आपलोगो को कोई दिक्कत नहीं हो तो।

 

तभी तो बोल उठी दिक्कत क्यों होगी ये तो मेरे लिए सौभाग्य की बात है। आपकी मेहरबानी और फिर दूसरे दिन अपने सामान लेकर ग़ाज़ियाबाद आ गई और रहने लगी। मैंने दोनों बेटियों को शार्ट टर्म कोर्स में दाखिला दिलवा दिया ताकि वो अच्छे से जॉब पकड़ सकते। वो दोनों सुबह जाती और शाम को छह बजे आती।

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दो तीन दिन बाद ही भाभी मेरे ऊपर डोरे डालने लगी। वो बहुत सेवा करने लगी यहाँ तक की वो मेरी मालिश भी करने लगी। एक दिन दोपहर को मालिश कर रही थी वो अंदर ब्लाउज नहीं पहनी थी नाईट शूट में ही थी। उनकी चूचिया लटक रही थी निप्पल पता चल रहा था|

 

मेरा लौड़ा खड़ा हो गया अब मैं कितना भी छुपाने की कोशिश किया पर कामयाब नहीं हो पाया। और मैं एक्सपोज हो गया वो समझ गई पर बोली कोई बात नहीं इसके आपका कोई दोष नहीं है दोष तो मेरा है मैं कपडे ही ऐसे पहनी हु। दोस्तों वो मुझे कातिल निगाहों से देखते देखते मेरे लौड़े को पकड़ ली| और होठ दांत से काटने लगी।

 

मैं धीरे धीरे उसके होठ के तरह बढ़ा और वो आँखे मूंद ली और मैं होठ चूसने लगा और फिर क्या था दोनों वाइल्ड हो गए। सारे कपडे दो से तीन मिनट में ही उतार दिए, और मैं उनके बूब्स को पिने लगा ऐसा लग रहा था किसी अठारह साल की लड़की का बूब रहे। गजब का बदन गांड चूत बूब आँखे होठ नाभि जांघ कांख लम्बे बाल नशीली आँखे गुलाबी होठ ओह्ह्ह्ह क्या बताऊँ।

 

अपना लौड़ा निकाला गांड के निचे तकिया लगाया और और चूत में लंड घुसा दिया वो कराह उठी और धीरे धीरे वो गांड उठाने लगी और मुझे अपनी बाहो में समेत ली| मैं भी होठ चूसते हुए गांड में ऊँगली करते हुए हौले हौले अपने लौड़े को चूत में डालने लगा। अब दोनों ही जन्नत में थे दोनों प्यासे थे उनका पति नहीं था मेरी पत्नी।

 

दोनों तरफ आग लगी थी और धधक रही थी। अब कमरे में आह आह आह मुझे चोदो आह आह आजतक मेरी ऐसी चुदाई नहीं हुई। आह उफ़ ओह्ह्ह बहुत अच्छे आह आह। दोस्तों मैं उलट कर पलट कर चोदने लगा वो भी कभी ऊपर कभी निचे कभी साइड से चूदवाने लगी। करीब एक घंटे तक चोदा फिर दोनों नंगे ही बाथरूम में गए नहाये। फिर खाना आर्डर किये फिर खाये और फिर चोदे।

 

उसके बाद क्या था दोस्तों वो दोनों लड़कियां कोचिंग जाती थी और हम दोनों अपने काम में लग जाते। हम दोनों बहुत खुश थे। एक दिन भाभी को चोद ही रहा था तभी वो मुझे अपने से अलग कर दी और बोली आज मैं आपसे एक चीज मांगती हूँ। क्यों की आपको पता है अब मेरे पास कुछ नहीं है।

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सब कुछ ख़तम हो गया|मैं अपनी ज़िंदगी की शुरआत फिर से करना चाहती हूँ। ताकि मैं भी सर उठा कर चल सकूँ और मेरे पास भी अपना कुछ हो। इसके बदले आपको जो चाहिए तो मैं देने के लिए तैयार हूँ। हम दोनों नंगे ही लेटे थे। एयर कंडीशन चल रहा था ठंढ लगने लगी तो बेडशीट हमने अपने पे भी डाल लिए|

 

और भाभी को भी ओढ़ा दिया और उनकी दोनों चूचियों को सहलाते हुए उनके बात का जवाव देने लगा| मैंने कहा आप क्या दोगी वो तो पता नहीं पर आपको क्या चाहिए वो बताओं। तो वो बोली मेरे पास सच में कुछ नहीं है पर आपको वो दूंगी जिसके लिए सब तरसते हैं। मैं हैरानी से पूछने लगा तो पहले ये बताओ क्या दोगी और क्या लोगी ?

 

तो वो बोली मैं अपनी दोनों बेटी पलक और तृप्ति को दे दूंगी। आप ज़िंदगी का मौज करो पांच साल तक फिर दोनों की शादी करुँगी। तब तक आप मेरे साथ साथ उन दोनों के साथ भी मजे ले सकते हो| मैं हैरान हो गया डील तो अच्छी थी। फिर मैं पूछा की और आपको क्या चाहिए तो वो बोली एक फ्लैट और पांच लाख रुपया यानी के ये डील 45 लाख रूपये की थी।

 

मैं चुप हो गया मेरा लौड़ा एकदम ठंढा पद गया ऐसा हो गया जैसे रुई में कोई पानी डाल दे तो कैसा हो जाता है। वो मुझे चूमते हुए बोली ये मदद है। मुझे कुछ तो जीने का सहारा चाहिए और मेरा है कौन। मुझे लगा की क्या मुझे मदद करने चाहिए या नहीं रकम ज्यादा था। मैं तुरंत उठा और पेंट पहनकर एक सिगरेट जलाया और बालकनी में चला गया।

 

सिगरेट ख़तम होते ही वापस आया वो बैठी थी मेरे जवाव के इंतज़ार में। मैंने आकर बोला ठीक है। क्यों की मुझे लगा एक परिवार को खड़ा कर रहा हूँ सहारा बन रहा हैं। और एक इंसान को और क्या चाहिए सब कुछ तो चूत ही है चुदाई मिलती रहे यही काफी है। सब लोग कर क्या रहे हैं चुदाई ही तो कर रहे हैं।

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अपनी पूरी की पूरी सैलरी मकान सब कुछ दे देते हैं अपनी बीवी को सिर्फ चुदाई के लिए ही। इसके साथ तो वही सब कुछ था अगर मैं शादी भी करता तो इतना ही लगता है। पर यहाँ ये फायदा हो रहा है की दो कमसिन लड़की 18 और एक 19 साल की लड़की को चोदने का मौक़ा मिल रहा था। मैंने हां कह दिया।

 

 

वो बोली इसके कोई जल्दी नहीं है मैं सौदा नहीं कर रही हूँ रिश्ते भी बना रही हूँ|मैं भी यही चाहता था। फिर क्या था एक दिन के लिए मैं किसी काम से बाहर गया था रात में भी नहीं लौटा अगले दिन लौटा जब दोनों लड़की कोचिंग चली गई थी। दरवाजा खोलते ही ही भाभी मेरे से लिपट गई मेरे होठ चूमने लगी खुश थी परियों की तरह मचल रही थी।

 

पूछा की क्या कारन है तो वो बोली, दोनों मान गई है , अब आपकी तीन तीन है मैं हूँ मेरी दोनों बेटियां अब जब मर्जी जैसे मर्जी तीनो से सेक्स कर सकते हो। मैंने कहा वाह मजा आ गया। तुरंत ही भाभी को जेवेलर के पास ले गया और उनके लिए एक रिंग लिया और वही पहना दिया। दो और रिंग लिया वो अपने जेब में रख लिया।

 

वो बोली ये दोनों रिंग तो मैंने कहा दोनों के लिए तो बोली वो खुश हो जाएगी मैंने कहा हां नथ तोड़ने के बाद दूंगा ये अंगूठी। बोली कोई नहीं जैसी आपकी मर्जी। फिर क्या था शाम को भाभी ने दोनों बेटियों को ये बात बताई वो दोनों बहुत खुश हो गई और थोड़ा डर भी था चूत फटने का पहली बार वो चुदवा रही थी।

 

रात हुई खाना खाकर सोने जाने लगे| तीनो तो टॉस किया की आज किसकी बारी क्यों की दोनों कह रही थी आज मेरी आज मेरी। तो सबसे बढ़िया ऑप्शन था टॉस करना। टॉस हुआ और आज तृप्ति की बारी आई। प्रिय को गोद में उठाया और बैडरूम में चला गया। दरवाजे बंद हो गए वो दोनों भी दूसरे कमरे में चली गई सोने।

 

ओह्ह्ह्ह यहाँ से शुरू हुआ असल खेल तृप्ति को लिटा दिया और पिंक होठ को चूसने लगा गोर गोर गाल पर जब भी किश करता दाग छोड़ देते लाल निशान हो जाता। फिर चूचियों को मसलते हुए निप्पल को दांत से काटता वो आह आह आह करती। तृप्ति की चूत छोटी सी थी सहलाने लगा और ऊँगली डालने की कोशिश करता तो वो चीख जाती।

 

धीरे धीरे पुरे बदन को सहलाने लगा खेलने लगा अब वो पानी पानी होने लगी और सिसकारियां निकालने लगी। वो पागल हो गई चुदने को बेताब होने लगी। पहले तो अपना लौड़ा उसके मुँह में डाला और पेलने लगा फिर दोनों चूचियों के बिच में फिर दोनों टांगो को अलग अलग किया और लंड सेट कर डालने लगा|

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पर चूत काफी टाइट थी जा नहीं रहा था पर किसी तरह से अंदर डाल दिया वो चीख उठी। फिर धीरे धीरे चोदने लगा। वो धीरे धीरे मजे लेने लगी और आधे घंटे बाद वो वो वाइल्ड हो गई। वो खुद ही ऊपर से जोर जोर से चुदवाने लगी और सिसकारियां लेने लगी। बड़ी बड़ी सॉलिड चूचियां मेरा तो सबसे फेवरेट हो गया था गांड मस्त मजा आ रहा था|

 

जोर जोर से धक्के दे रहा था और गालिया दे रहा था कह रहा था तीनो को मजे दूंगा। थैंक्स मेरे ज़िंदगी में आने के लिए। दोस्तों उस दिन रात में तीन बार चोदा वो मेरे चुदाई से पूरी तरह संतुष्ट हो गई और बोली मुझे छोड़ना नहीं कभी मैं ज़िंदगी भर आपकी रहना चाहती हूँ। मैंने कहा ऐसा ही होगा चिंता नहीं करो और फिर सो गए।

 

जब सुबह उठे तो तृप्ति गहरी नींद में थी। पलक भी सो रही थी भाभी बाहर नहा कर चाय बना रही थी। मैं पीछे से भाभी को पकड़ लिए और चूचिया दबाते हुए और उनके गांड में लौड़ा रगड़ते हुए कंधर पर अपना मुँह रखते हुए बोलै थैंक्स मजा आ गया। तो वो बोली पर मैं तो रात भर करवट बदल रही थी जो सिर्फ मेरा था मैंने दो और में बाँट दिया।

 

तो मैं बोलै चिंता क्यों करती हो तुम सबसे ऊपर हो। पहले आपका हक़ है मेरे ऊपर वो बोली सच तो मैंने कहा हां सच। और फिर मुस्कुराते हुए गांड और मेरे लंड में सटा दी। मैंने नाईटी ऊपर किया वो अंदर पेंटी नहीं पहनी थी मैंने किचेन में ही लैंड निकाला और पीछे से भी पेल दिया वही चोदने लगी। करीब दस मिनट में झड़ गया।

 

वो दोनों आज कोचिंग नहीं गई। तृप्ति के ऊँगली में अंगूठी देख पलक बोली मुझे भी चाहिए तो भाभी बोली आज तेरी बारी है आज तू ले लेना। तो पलक बोली अभी तो दस बारह घंटे हैं। मुझे तो पहले चाहिए। मैंने कहा इंतज़ार करो इंतज़ार का फल मीठा होता है।

 

वो मान गई और फिर हम तीनो घूमने चले गए शोपिंग किया खाना खाया मोवी देखि रात को फिर डिनर करने के बाद घर आये यानी सुबह से रात तक वाटर पार्क, मूवी, मॉल, शोपिंग खूब किया। रात को ११ बजे घर आये आज जो ब्रा और पेंटी खरीद कर लाये थे पलक वही पहनकर कमरे में आ गई क्यों की उसकी बहन और मम्मी सो गई तक गई थी।

 

पलक गजब की हॉट लग रही थी उसपर से भी आज वो फेसिअल ब्लीच कराई थी। मस्त दिख रही थी। फिर क्या था पहले तो उसके होठ को चूसना शुरू किया और फिर ब्रा खोला गोल गोल मस्त चूचिया छोटे छोटे निप्पल पिंक कलर का। चूत साफ़ सुथरा, सही से बाल भी नहीं आये थे।

 

 

गोरा बदन पतली कमर चौड़ी गांड और एकदम फ्रेश माल किसी की नसीब नहीं होती ऐसे माल को चोदना और वो भी इस उम्र में। गजब का दोस्तों पहले तो खूब उलट पलट का चाटा गांड से चूत तक तलवे से चूतड़ तक पीठ से गर्दन तक। मदहोश कर दिया था पलक को फिर अपना लौड़ा निकाल कर उसके चूत में डालने लगी वो कराह उठी चूत काफी टाइट थी। पर लग रहा था जल्दी चोदू, जोर से धक्का मारा और मेरा लंड चूत में समा गया।

 

दो तीन बार आगे पीछे किया वो दर्द से कराह उठी। लौड़ा निकला तो देखा खून निकल रहा था। फिर मैंने कॉटन से पोछा उसका सील टूट गया था। फिर हौले हौले चोदना शुरू किया और फिर रात भर कमसिन चूत को खूब चोदा वो बहुत खुश हुई और बोली मुझे छोड़ना नहीं। तीनो माँ बेटी ने एक ही बात बोली छोड़ना नहीं। ज़िंदगी भर साथ रहूंगी। दोस्तों मैं भी कहा छोड़ने वाला ऐसा नसीब भाग्य से ही मिलता है। उसके बाद तो जब चोदने का मन और जिसको चुनने का मन चोदने के लिए सब कुछ रेडी।

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