स्कूल गर्ल की अनचुदी फुद्दी वृद्ध चपरासी ने फाड़ डाली

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Old And Young Hindi Chudai Ki Kahani स्कूल गर्ल की अनचुदी फुद्दी वृद्ध चपरासी ने फाड़ डाली  हैल्लो दोस्तों मेरा नाम देविका है और में 18 साल की जवान और बहुत ही गरम स्कूल गर्ल हूँ. मेरा बदन बहुत सुंदर है और इसकी वजह से में कुछ लोगों के लिए अच्छी हूँ. मेरी लम्बाई भी कुछ ज़्यादा नहीं है में 5.2 लम्बाई की हूँ, किन्तु मेरा शरीर भरा हुआ है और मेरी छाती भी अच्छी है. मेरी टट्टी से भरी चूतड़ के छेद को ढके हुए मेरे कूल्हे भी बहुत मोटे मोटे है मेरे कुल्हे थोड़े बाहर निकले हुए है जिसकी वजह से हर कोई लड़का मेरी तरफ आकर्षित हो जाता है पर मुझसे खुलकर बात करने से डरता है.

दोस्तों वैसे तो आम तौर पर सुहागन महिलाये और लड़कियाँ अपनी चुदाई की चुदाई की कहानिया कहानी हिंदी में बताते हुए शरमाती है किन्तु अपनी आपबीती सुनाने में उझे कोई शरम वाली बात नहीं लगती है ? दोस्तों आज जो चुदाई की कहानियां वेबसाइट हिंदी में में आप सभी को सुनाने जा रही हूँ वो घटना आज से करीब चार पांच महीने पहले की है जब में विद्यालय में पढ़ा करती थी और में जवानी की आग में बहक गई थी और हमारे विद्यालय के एक वृद्ध चपरासी से अपनी अनचुदी फुद्दी चुदवा बैठी थी. उस 60 साल के वृद्ध चपरासी का लौड़ा बहुत लम्बा और मोटा था और मेरी अनचुदी फुद्दी का छेद बहुत छोटा था उसने मेरी अनचुदी फुद्दी चोदते चोदते फाड़ डाली थी और मेरी फटी हुई फुद्दी से बहुत सारा ब्लड भी निकला था.

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मेरी बहुत सारी विद्यालय फ्रेंड थी और करीब करीब उस सभी के यार थे एक बस मेरा ही कोई यार नहीं था और मेरी बो सभी फ्रेंड्स आये दिन कभी रूम पर तो कभी होटल पर उनसे अपनी फुद्दी चुदवाने जाया करती थी. मेरी फ्रेंड्स को देख देख कर मेरी भी फुद्दी में खुजली मचती थी और मेरा भी बहुत दिल करता था की काश मेरा भी कोई यार हो. मेरी फुद्दी में खुजली होने के चलते में भी लड़को को अपनी तरफ आकर्षित करने का प्रयास किया करती थी पर में यार बनाने में कामयाब नहीं हो पा रही थी में दिखने में भी गदराई थी और मेरा फिगर भी कमाल का था पर में एक भी लड़का सेट नहीं कर पा रही थी.

मैंने यार बनाने की चाहत में सभी प्रयास कर लिये थे और अब में भी इस बात से परेशान आ गई थी की भला इतनी हॉट और गदराई होते हुए भी कोई लड़का मुझसे खुलकर सेक्स के बारे में बात नहीं करता, क्योंकि आख़िर में भी तो एक लड़की ही थी और मेरे सर पर तो बस किसी लड़के को अपना यार बनाकर उसके लौड़े से पानी फुद्दी ठुकवाने का भूत सवार. हमारे विद्यालय के एक चपरासी की हवस से भरी गन्दी नजर मुझ पर थी, क्योंकि उसे तो बस सेक्स करने के लिए एक खिलोना चाहिए था. उसकी उम्र करीब 42 साल थी और वो बिहार का रहने वाला था, किन्तु उसका शरीर बहुत गठीला था और वो थोड़ा मोटा भी था.

दोस्तों मुझे थोड़ा सा भी पता नहीं था कि वो मेरी इन सब हरकतो पर गौर किया करता है और उसे पता था कि मेरे भीतर जवानी उफान मार रही है और अब मुझसे बिना चुदे रहा नहीं जा रहा और इसी बात का उस 60 साल के डोकरे चपरासी ने फायदा उठाया. एक दिन जब में विद्यालय से छुट्टी के वक़्त निकली तो उस चपरासी ने मुझसे कहा कि उसे मुझसे कुछ बात करनी है और में उसकी वो बात सुनने के लिए रुक गई, उस वक्त वहाँ पर कोई भी नहीं था और उसने मुझसे कहा कि उसे पता है कि में सच्चे प्यार की तलाश कर रही हूँ. उस 60 वर्ष के वृद्ध चपरासी के मुहं से यह बात सुनकर में एकदम से हैरान हो गई, किन्तु में उससे इसके आगे क्या कहती.

फिर वो आगे कहा कि एक लड़का मुझे बहुत पसंद करता है बेटी और वो मुझसे मिलना चाहता है. दोस्तों मेरी तो जैसे प्रसनी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा और मुझे लगा कि मुझे अब सब कुछ मिल गया, किन्तु मुझे थोड़ा सा भी पता नहीं था कि यह चपरासी मुझे चोदना चाहता है और मेरी प्रसनी देखकर वो समझ गया कि में उसके शिकंजे में फंस गई हूँ.  स्कूल गर्ल की अनचुदी फुद्दी वृद्ध चपरासी ने फाड़ डाली फिर उसने मुझसे कहा कि वो लड़का मुझसे मिलना चाहता है, मैंने पूछा कि कब? तो उसने कहा कि जब तुम्हे ठीक लगे. इसके बाद मैंने कहा कि में शाम को कोचिंग के लिए घर से बाहर जाती हूँ और आज में तुम्हारे पास आ जाउंगी, तब तुम मुझे उससे मिलवा देना.

उस वृद्ध चपरासी ने कहा कि ठीक है और फिर में वहाँ से चली गई और उसी शाम को अपने घर से कोचिंग के लिए निकल गई और अब विद्यालय में चपरासी के घर पर उसके पास चली गई. फिर उसने मुझे अपने कमरे में बुला लिया उस वक्त वहां पर कोई भी नहीं था और वैसे वो मैरिड था, किन्तु उसकी वाइफ और बच्चे बिहार में ही रहते थे और इस कारण से उसका कमरा बिल्कुल खाली था, बस वहां पर एक खटिया और कुछ कपड़े और चड्डी बनियान पड़े थे. तभी उसने मुझे बैठने को कहा और में ठीक उसके सामने अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ टेक कर बैठ गई.


उस 60 साल के वृद्ध चपरासी की हवस से भरी गन्दी नजरे मेरे गदराई और हॉट बदन को खा जाने वाली थी और वो किसी भूखे कुत्ते के तरह मुझे लगातार घूर रहा था. इसके बाद मैंने उससे पूछा कि वो लड़का कहा ँ है? तो उसने कहा कि वो मुझे आज एक सच बताना चाहता है और फिर उसने कहा कि कोई लड़का नहीं है, किन्तु वो खुद ही मुझे बहुत पसंद किया करता है. दोस्तों उसके मुहं से यह बात सुनकर मेरी साँसे एकदम से रुक गई मुझे और थोड़ा सा भी समझ में नहीं आ रहा था कि में अब क्या करूं और में बिल्कुल चुप रही. वो मेरे पास आया और मुझसे कहने लगा कि तुम थोड़ा सा भी टेंशन मत करो और किसी को कुछ भी पता नहीं चलेगा और तुम भी मेरे साथ बहुत प्रसन रहोगी. तभी मैंने उससे गुस्से में आकर साफ मना कर दिया और फिर में उठकर वहां से जाने लगी.

फिर उस वृद्ध चपरासी ने कहा कि अगर तुम्हे किसी ने यहाँ से इस तरह जाते हुए देख लिया तो तुम बहुत बदनाम हो जाओगी, तभी उसकी बात को सोचकर में वहीं पर रुक गई और बहुत डर गई और मैंने उससे कहा कि अब में क्या करूं? उसने कहा कि अगर तुम मेरा साथ दो तो में तुम्हे चुपके से यहाँ से निकाल दूँगा और इसके बाद मैंने उससे कहा कि ठीक है, किन्तु इसके लिए मुझे क्या करना होगा? तो वो कहा कि में तुम्हारे साथ शादी करना चाहता हूँ और अपनी जोरू बनाना चाहता हूँ और तुम्हारे साथ वो सब करना चाहता हूँ जो सभी लोग अपनी जोरू के साथ करते है. दोस्तों मुझे थोड़ा सा भी पता नहीं था कि सभी लोगों का कुछ करने का क्या मतलब है? तो मैंने उससे बिना सोचे समझे कहा कि ठीक है, किन्तु प्लीज मुझे यहाँ से बाहर निकालो.

फिर वो वृद्ध चपरासी लड़खड़ाते हुए मेरे पास आया और उसने मुझे अपनी बाहों में भर लिया में कुछ बोलती उससे पहले ही उसने मुझे चूमना शुरू कर दिया और अब मेरा मुँह बंद हो गया और वो मेरे मोटे मोटे ब्रेस्ट को मसलने लगा. मैंने उससे छूटने की बहुत नाकाम प्रयास की, किन्तु वो बहुत मजबूत था. फिर उसने मुझे छोड़ा और कहने लगा कि तुम्हे भी बहुत आनंद आएगा एक दफे मेरे लण्ड से अपनी फुद्दी चुदाई करवा कर तो देखो. फिर उसकी बातें सुनकर अब मेरा भी दिल उसके साथ सेक्स करने का कर रहा था और मैंने भी उसे एक किस किया और मुझे ऐसा करना बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा.

फिर उस डोकरे चपरासी ने मुझसे कहा कि अभी और भी बहुत सारे काम करने बाकी है, तुम अब जल्दी से अपने कपड़े उतार दो और उसने भी अब अपने सारे कपड़े उतार दिए थे और जब मैंने पहली बार उसका लण्ड देखा तो में डर गई और उसे आहिस्ता आहिस्ता खड़ा और अपना आकार बदलते हुए देखकर में बहुत हैरान रह गई, किन्तु वो अभी भी पूरी तरह खड़ा भी नहीं हुआ था, किन्तु फिर भी 6 इंच का था और मैंने उससे कहा कि क्यों तुम्हारा लण्ड इतना बड़ा है? और यह तो अभी पूरी तरह से खड़ा भी नहीं हुआ है. तभी उस डोकरे चपरासी ने मुझसे कहा कि बेटी ये पूरा खड़ा होकर 9 इंच लम्बा और करीब पांच इंच मोटा हो जायगा फिर वो मुझसे कहा की बेटी अब इस पप्पू को खड़ा तो तुम्हे ही करना पड़ेगा, मैंने पूछा कि बाबा वो कैसे? तो उसने कहा कि इसे अपने मुँह में लेकर चुसो. तभी मैंने कहा कि में कभी भी ऐसा नहीं करूँगी.

उस वृद्ध चपरासी ने कहा कि बेटी अब कोई फायदा नहीं है जो तेरी मर्ज़ी पड़े कर ले, किन्तु तेरी बदनामी हो जाएगी. अब में बहुत डर गई थी और मुझे अब अच्छा भी लग रहा था और फिर उसने मेरे कपड़े उतारे और मेरा कामुक बदन देखकर वो तो पागल हो गया और उसने मुझे अपनी बाहों में ले लिया. फिर उसने मुझसे कहा कि अगर में उसका पूरा पूरा साथ दूँगी तो सब कुछ एकदम ठीक रहेगा. फिर उसने अपना काला मोटा लौड़ा मेरे मुँह में डाल दिया, किन्तु अब मेरे पास और कोई चारा भी नहीं था और मुझे भी आहिस्ता आहिस्ता ऐसा करने में आनंद आ रहा था और में उसके पेनिस को धीरे से मुहं में लेकर चूसने लगी और अपनी जबान से लोलीपोप की तरह चाटने लगी.

मेरी विद्यालय के उस डोकरे चपरासी का लौड़ा वाकई बहुत तगड़ा था वो मेरे मुँह में पूरी तरह से आ ही नहीं रहा था और मुझे अपना पूरा मुहं जबरदस्ती खोलना पड़ रहा था. अब वो कुछ देर बाद और भी बड़ा हो गया, किन्तु उस चपरासी ने ज़बरदस्ती मेरे मुँह में अपना पूरा का पूरा लण्ड घुसा दिया, किन्तु तभी उसने देखा कि मेरे मुँह में उसका लण्ड नहीं आ रहा है, जिसकी वजह से मेरी सांसे रुकने लगी थी और मेरी आंख से आंसू बाहर आने लगे थे. फिर उसने कुछ ही देर बाद मुझसे कहा कि चलो तुम अब रहने दे. फिर उसने मुझे बिस्तर पर जाने को कहा और में वहाँ पर चली गई.

फिर वो डोकर चपरासी लडखडाता हुआ गया और जाकर सरसों का तेल ले आया और उसने थोड़ा सा तेल मेरी अनचुदी फुद्दी पर लगाया और बहुत अच्छी तरह से मेरी फुद्दी की मालिश करने लगा और फिर उसने अपनी एक उंगली को फुद्दी में भीतर डाल दिया जिसकी वजह से तेल मेरी फुद्दी के भीतर चला गया और मुझे ऐसा लगा कि कोई गरम गरम चीज़ मेरी फुद्दी के भीतर चली गई हो, मुझे थोड़ा सा दर्द भी हुआ, किन्तु अब कुछ समय बाद मुझे उसके ऐसा करने से बहुत आनंद आने लगा. फिर उसने अपनी दूसरी उंगली और फिर उसने अपनी तीसरी उंगली को भी मेरी अनचुदी फुद्दी के छेद के भीतर घुसा दिया.


मुझे उसकी वजह से दर्द तो बहुत हुआ, किन्तु कुछ देर बाद में वो दर्द आनंद बन गया था और उसने अभी तक मेरी सील नहीं तोड़ी थी, शायद वो उसे अपने लण्ड के साथ ही तोड़ना चाहता था. फिर उसने मेरा सारा बदन अपनी जबान से चाट चाटकर साफ कर दिया और अब उसने मेरे दोनों टांगों को अपने कंधे पर रख लिया और अपने लण्ड का टोपा मेरी फुद्दी पर लगा दिया. मैंने उससे कहा कि यह भीतर नहीं जाएगा तो वो कहा कि चला जाएगा.

इसके बाद मैंने उससे कहा कि अगर मुझे कुछ हो गया तो? वो कहा कि तुम टेंशन मत करो तुम्हे कुछ नहीं होगा, आज तुम्हार पहला सेक्स है इस लिये थोडा दर्द ज्यादा होगा बेटी तुम बस थोड़ा धीरज रखो और अब में बिल्कुल चुप हो गई. फिर उसने अपना काला मोटा लौड़ा भीतर डालना प्रारम्भ करा. अभी उस साले चोदू के तंदरुस्त और फौलादी लण्ड का केवल टोपा ही थोड़ा भीतर गया था कि मुझे बहुत तेज दर्द होने लगा में ज़ोर ज़ोर से चीखने, चिल्लाने लगी सीईईईई अह्ह्ह्हह आईईईईइ प्लीज बाहर निकालो इसे उह्ह्ह्हह्ह मुझे बहुत तेज दर्द हो रहा है.

फिर उसने मेरा मुँह अपने लिप्स को उन पर रखकर बिल्कुल बंद कर दिया और कुछ समय बाद मुझे थोड़ा सा आराम मिला, मैंने सोच कि शायद अब लण्ड भीतर चला गया है और अब आनंद आएगा? किन्तु जब मैंने अपना सर उठाकर नीचे की तरफ देखा तो में चौंक गई, क्योंकि अभी तक तो उसका पूरा लण्ड बाहर ही था तो मैंने उससे बहुत चकित होते हुए पूछा कि यह कब भीतर जाएगा? तो उसने एक और धक्का मारा और दो इंच लण्ड भीतर चला गया और अब मैंने महसूस किया कि मेरी फुद्दी की सील फट गई है और में दर्द के मारे बेहोश हो गई थी.

में उस दर्द से छटपटाने लगी थी और जब मुझे होश आया तो मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा कि उसका लण्ड अब तक पूरा भीतर चला गया था और वो बहुत मस्ती से मेरे निप्पल को चूस रहा था. मैंने उससे दर्द से करहाते हुए कहा कि प्लीज अब इसे मेरी फुद्दी से बाहर निकाल लो वरना में इसके दर्द से मर ही जाउंगी. फिर वो कहने लगा कि मेरी रानी आज अगर मैंने इसे अधूरे में बाहर निकाल लिया तो फिर कभी ऐसा मज़ा नहीं ले पाएगी और अगर आज ले लिया तो पूरी जिन्दगी बहुत मज़े करेगी, बस थोड़ा सा दर्द और होगा. इसके बाद मैंने अपनी दोनों आँखें बंद कर ली और उसने फिर से अपने लण्ड का मेरी फुद्दी पर ज़ोर से दबाव बनाना शुरू कर दिया और अब आहिस्ता आहिस्ता उसका लण्ड सरकता हुआ भीतर जा रहा था.

इसके बाद मैंने महसूस किया कि कुछ ही सेकिंड में उसका लण्ड फिसलता हुआ करीब दो इंच और भीतर चला गया और अब उसका आधा लण्ड मेरी फुद्दी के भीतर था और में तो दर्द के मारे तड़प रही थी. इसके बाद मैंने उससे कहा कि में तो आपकी बेटी जैसी हूँ अह्ह्ह्हह्ह प्लीज अब इसे बाहर उह्ह्ह्ह निकाल लो छोड़ दो मुझे. फिर उसने कहा कि अब तो तू मेरी वाइफ जैसी है और मेरे होने वाले बच्चे की माँ भी बनेगी और यह बात कहकर वो मुझे किस करने लगा और आहिस्ता आहिस्ता अपनी कमर हिलाने लगा. वो मेरे दर्द की वजह से बहुत आहिस्ता आहिस्ता झटके मार रहा था.


इसके बाद मैंने उससे कहा कि प्लीज मुझे अब छोड़ दो वरना में मर जाउंगी. उसने कहा कि तुम्हे कुछ नहीं होगा तुम बस थोड़ा इंतजार रखो और फिर उसने मुझे बिस्तर से उठाया, किन्तु मेरी फुद्दी से पेनिस को बाहर नहीं निकाला और वो खुद बिस्तर पर लेट गया. अब में उसके ऊपर आ गई थी और उसने मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया और अपनी कमर को हिलाने लगा. दोस्तों मुझे अब दर्द के साथ साथ आनंद भी आ रहा था वो ऐसा लगातार करता रहा और कुछ देर बाद मैंने अपना पानी छोड़ दिया, किन्तु वो अभी तक मेरी फुद्दी में अपना काला मोटा लौड़ा हिला रहा था. फिर उसने मुझे अपनी बाहों में ज़ोर से जकड़ा और एक ज़ोर काशॉट मारा तो मुझे लगा कि जैसे उसका लण्ड अब मेरे गले तक पहुंच गया और में फिर से बैहोश हो गई.

फिर कुछ समय बाद बाद जब मुझे होश आया तो मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा कि वो मुझे चूम रहा था और मेरे ब्रेस्ट को दबा रहा था, किन्तु अब भी मुझे फुद्दी में बहुत तेज दर्द हो रहा था और मेरी फुद्दी से ब्लड भी बहुत निकल रहा था, किन्तु में अब प्रसन भी थी कि मैंने अपनी दोस्तों में सबसे बड़ा लण्ड लिया है फिर चाहे वो किसी भी मर्द का था और जो उम्र में मेरे बाप के बराबर ही क्यों ना हो और अब मुझे भी उससे प्यार हो गया था और मुझे लगा कि सच में ही यह मेरा पति है. फिर उसने आहिस्ता आहिस्ता अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया वो थोड़ा सा लण्ड बाहर निकालता और फिर धीरे से भीतर डाल देता अब मुझे ज़्यादा तकलीफ़ नहीं हो रही थी और आनंद भी बहुत आ रहा था.

स्कूल गर्ल की अनचुदी फुद्दी वृद्ध चपरासी ने फाड़ डाली


फिर जब उस रांड बाज वृद्ध चपरासी को लगा कि में उसके लम्बे मोटे पेनिस को सहन कर रही हूँ तो वो अपने पुरे लौड़े को बाहर निकालता और पूरे ज़ोर से भीतर डाल देता. उसके ऐसा करने से में तो बहुत आनंद ले रही थी और आहिस्ता आहिस्ता उसने अपना पूरा 9 इंच लम्बा और 5 इंच मोटा लौड़ा बाहर निकालना शुरू कर दिया. अब मुझे बहुत आनंद आ रहा था और अब तो में भी उसे किस कर रही थी और में इस बीच करीब दो बार और झड़ चुकी थी, किन्तु वो नहीं.


फिर उस वृद्ध चपरासी ने मुझे खटिया पर लिटा दिया और अपना काला मोटा लौड़ा मेरी फुद्दी में डालने लगा अब वो 60 साल का वृद्ध चपरासी मेरे बोबे के निप्पल चूस रहा था जिसकी वजह से मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे आज वो अपने मन की सारी हसरत पूरी करना चाहता हो, किन्तु मुझे थोड़ा सा भी पता नहीं था कि उसके बाद मेरी फुद्दी का क्या हाल हुआ होगा? मुझे तो बस चुदवाने का जोश आ रहा था कि में इतनी ज्यादा उम्र के आदमी से इतनी छोटी उम्र में चुद रहीं हूँ और हम दोनों पसीने से एकदम भीग गये थे, किन्तु में पूरे जोश में थी.


तभी उस वृद्ध चपरासी ने मुझसे कहा कि वो मुझे अब कुतिया बनाकर पीछे से चोदना चाहता है. यारों मैंने पहले से ही बहुत सारी गदराई ब्लू फिल्मो में सेक्स करने की करीब करीब सारी पोजीशन देख रखी थी और में तभी अपने दोनों घुटनो को टेक कर अपने दोनों हांथो को आगे जमीं पर टेक कर कुतिया बन गई. फिर उस 60 साल के वृद्ध चपरासी ने पीछे से पेनिस को मेरी फुद्दी के भीतर डाल दिया और मुझे भी कुतिया बनकर उस वृद्ध चपरासी से चुदवाने के बाद ऐसा लगा कि जैसे आज मेरी अंतिम तमन्ना पूरी हो गई है.

अब वो डोकर चपरासी बहुत ज़ोर ज़ोर से मेरी नासमझ फुद्दी में शोर्ट मार रहा था और फिर उसने कहा कि वो अब झड़ने वाला है और उसने कहा कि वो मेरी फुद्दी में ही अपना गरमा गरम वीर्य झाड़ना चाहता है ताकि उसका बच्चा मेरे पेट से जन्म ले और फ्मे उस वृद्ध चपरासी के बच्चे की माँ बन जाऊं. इसके बाद मैंने उस वृद्ध चपरासी सेकहा कि नहीं अपना माल मेरी फुद्दी के भीतर मत निकालना तुम 60 साल के वृद्ध हो और अभी मेरी उम्र मात्र 18 साल है अभी में माँ बन्ने के लिये तैयार नहीं हूँ इससे मेरी बदनामी हो जाएगी और अभी ठीक सही वक्त नहीं है और फिर उसने यह बात सुनकर अपना काला मोटा लौड़ा बाहर निकालकर मेरे मुँह में डाल दिया और अपना सारा स्पर्म मेरे मुँह में डाल दिया और में एक आज्ञाकारी वाइफ की तरह उसका सारा गरमा गरम स्पर्म शर्बत समझ कर पी गई.

जब मैंने अपनी फुद्दी को देखा तो में एकदम से चौंक गई क्योंकि मेरी अनचुदी फुद्दी बिल्कुल फट गई थी और उसमे से ब्लड बह रहा था वृद्ध चपरासी ने मेरी अनचुदी फुद्दी को अपने मोटे तगड़े लौड़े से चोदकर फाड़ डाली थी. में मेरी फटी हुई फुद्दी देखकर जोर जोर से रोने लगी फिर मेरे विद्यालय के उस वृद्ध चपरासी ने मुझे समझाया की बेटी तू टेंशन मत आज तेरी अनचुदी फुद्दी की पहली बार चुदाई हुई है आज मैंने तेरी अनचुदी फुद्दी की सील फाड़ी है इस लिये तेरी फटी हुई फुद्दी से ब्लड निकल रहा है यह अपने आप ठीक हो जाएगी और फिर उसने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और मेरी फुद्दी से अभी भी थोड़ा थोड़ा ब्लड आ रहा था.

फिर उसने मुझे एक दवाई दी और मुझसे अपनी फटी हुई खुनम खान फुद्दी पर लगाने को कहा तो उससे मेरी फुद्दी का दर्द बिल्कुल कम हो गया और उसने कहा कि इससे सब ठीक हो जाएगा और इसके बाद मैंने उससे कहा कि अब मुझे घर पर जाना है और दोबारा मिलने का वादा लेकर उसने मुझे अपने कमरे से चोरी से बाहर निकाल दिया और उसकी दी हुई दवाई की वजह से मेरा दर्द अब ठीक था किन्तु फिर भी मुझे थोड़ी सी तकलीफ़ थी और में अपने घर पर आकर चुपचाप सो गई और मोर्निंग उठकर जब विद्यालय गई तो वो वृद्ध चपरासी जिसने कल मेरी अनचुदी फुद्दी चोद चादकर फाड़ डाली थी वो विद्यालय के दरवाजे पर ही खड़ा हुआ था, उसने मुझसे मेरी फटी हुई फुद्दी का हाल चल पूछा तो मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि अब मेरी फुद्दी एकदम ठीक है और एक दो दिन में फिर से तुम्हार लौड़ा झेलने के लिये तैयार हो जायगी.

मेरी बात सुन वो वृद्ध चपरासी बहुत प्रसन हो गया और उसने मुझे आशीर्वाद दिया जीती रहो बेटी. में उस वृद्ध चपरासी से बाते कर ही रही थी की तभी विद्यालय की घंटी बज उठी और फिर में मुस्कुराहट के साथ अपनी क्लास में चली गई. अब में और मेरे विद्यालय का वृद्ध चपरासी चोरी छुपे अवैध सेक्स संबंध बनाते है. दोस्तों वह चपरासी भले एक 60 वर्ष का वृद्ध मर्द हो पर उस साले चोदू के तंदरुस्त और फौलादी लण्ड में आज भी किसी जवान मर्द के लौड़े जैसा दम है.

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